कोरोनेशन अस्पताल:गर्मियों की दस्तक होते ही बच्चों में आमतौर पर होने वाली बीमारियों को देखते हुए देहरादून का कोरोनेशन अस्पताल पहले से ही अलर्ट मोड पर आ गया है। पीएमएस डॉक्टर तोमर ने बताया कि बदलते हुए मौसम को देखते हुए बच्चों के स्वास्थ्य में जरा सी भी लापरवाही गंभीर हो सकती है जिसके लिए हमें अतिरिक्त ध्यान देने की जरूरत होती है। डॉक्टर तोमर ने कहा कि उनके जिला अस्पताल में शिशु रोग विभाग में तीन पीडियाट्रिक्स डॉक्टर इलाज के लिए आने वाले बच्चों के लिए खास तौर पर 24 घंटे उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि पैथोलॉजी, अल्ट्रासाउंड सहित अन्य विभाग नियमित तौर पर अपनी बेहतर सेवाएं मरीज को उपलब्ध करा रहे हैं।
डॉ तोमर ने बात करते हुए कहा कि गर्मियों के मौसम में बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति संवेदनशीलता रखनी चाहिए क्योंकि जरा सी भी लापरवाही बच्चों की सेहत से खिलवाड़ करने जैसी होगी, उन्होंने कहा कि इस मौसम में सभी को अपने शरीर में पानी की मात्रा का ध्यान रखना होता है खास तौर पर बच्चों में डायरिया और दस्त के लक्षण नजर आने पर उन्हें ओआरएस का घोल प्राथमिक तौर पर देकर अपने निकटतम डॉक्टर को जरूर दिखाना चाहिए। डॉ तोमर ने कहा कि गर्मियों में हमें अपने खान-पान का ध्यान रखना चाहिए शरीर में पानी की कमी नहीं होने देना चाहिए बगैर प्यास के भी पानी जरूर पीना है इसके साथ ही खान-पान पर ध्यान देते हुए हमें कभी भी बासी भोजन गर्मियों में नहीं खाना चाहिए।
कोरोनेशन अस्पताल के डाॅ तोमर ने मच्छर जनित रोगों के बारे में बताया
डॉ तोमर ने कहा कि गर्मियों के साथ ही बारिश की शुरुआत होने पर डेंगू मच्छर का प्रकोप भी बढ़ने का खतरा रहता है जिससे बचने के लिए अपने घर और आसपास पानी जमा नहीं होने देना चाहिए क्योंकि इसमें मच्छर पनपते हैं ।हमें डेंगू मलेरिया इत्यादि मच्छर जनित रोगों से पीड़ित होने की आशंका रहती है।
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मालूम हो कि कोरोनेशन अस्पताल 2016 तक उप जिला संयुक्त चिकित्सालय था। उस दौरान दून अस्पताल का नाम जिला अस्पताल था। 2016 में दून अस्पताल को दून मेडिकल कॉलेज की श्रेणी मिल गई। उसके बाद कोरोनेशन अस्पताल को उप जिला से जिला अस्पताल बना दिया गया था तब से इस अस्पताल में इलाज के लिए मरीजों की काफी भीड़ देखी जा रही है।