फीस बढ़ोतरी: उत्तराखंड में अब नहीं चलेगी फीस बढ़ोतरी के मामलों में प्राइवेट स्कूलों की मनमानी अब नहीं चलेगी। निर्देशों के मुताबिक की अभिभावकों की सहमति से ही बढ़ा पाएंगे निजी स्कूल अपनी फीस फीस।उत्तराखंड के 176 स्कूलों के प्रबंधक व प्रधानाचार्यों को ये निर्देश दिए गये हैं।
फीस बढ़ोतरी के मामले में पीसीए ने दिए निर्देश
प्रिंसिपल प्रोगेसिव स्कूल्स एसोसिएशन ने राज्य के 176 स्कूलों के प्रबंधक व प्रधानाचार्यों को दिए निर्देशों मैं बताया गया है कि अब अभिभावकों को प्राइवेट स्कूलों की फीस में मनचाही बढ़ोतरी की शिकायत नहीं रहेगी।
पीपीएसए के निर्देशों के अनुसार पेरेंट टीचर मीटिंग (पीटीएम) में इस बात पर निर्णय लिया जाएगा की प्रत्येक सत्र की नई शुरुआत होने पर अभिभावकों की सहमति पर ही वार्षिक फीस बढ़ोतरी की जाएगी। संगठन ने अभिभावकों की परेशानी को महसूस करते हुए राज्य के प्राइवेट स्कूल के प्रधानाचार्यो से इस बात के लिए रास्ता खोजा है।प्रिंसिपल प्रोगेसिव स्कूल्स एसोसिएशन (पीपीएसए) ने इस संबंध में एसोसिएशन से जुड़े प्रदेशभर के 176 स्कूलों के प्रबंधक व प्रधानाचार्यों को निर्देश दिए हैं
निजी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों से नहीं वसूली जा सकेगी मनमानी फीस
प्रत्येक वर्ष विद्यालयों का नया सत्र शुरू होते ही अभिभावक सबसे ज्यादा प निजी स्कूलों की मनमानी फीस बढ़ोतरी से पीड़ित होते हैं। अक्सर अभिभावक इस संबंध में विभागीय अधिकारियों के पास शिकायत करते हैं और दौड़ भाग में अपना समय व्यर्थ करते रहते हैं इस समस्या का समाधान न होने से उन्हें निराश होना पड़ता था।
पेरेंट्स की परेशानी को देखते हुए सभी 176 स्कूलों निर्देश जारी किए गए हैं
अभिभावकों को मनमानी फीस बढ़ोतरी की पीड़ा को समझते हुए पीपीएसए ने प्रदेशभर के एसोसिएशन से जुड़े सभी 176 स्कूलों निर्देश जारी किए है। इनमें एसोसिएशन से जुड़े राजधानी देहरादून के 120 स्कूल भी शामिल हैं। पीपीएसए ने निर्देश में कहा है कि वार्षिक फीस बढ़ोतरी के लिए प्रत्येक वर्ष नवंबर अथवा दिसंबर में पेरेंट टीचर मीटिंग (पीटीएम) में प्रस्ताव रखा जाएगा
इस प्रकार अभिभावकों की सहमति होने के बाद यदि नए सत्र में प्रस्ताव के तहत फीस बढ़ोतरी होगी तो उन्हें भी परेशानी नहीं होगी। पीपीएसए के अध्यक्ष डा. प्रेम कश्यप ने कहा कि अब पीटीएम में ही अभिभावकों की सहमति के बाद फीस बढ़ोतरी हो पाएगी।संगठन के प्रयास के बाद आने वाले समय में अभिभावक स्कूलों पर मनमानी फीस बढ़ोतरी बढ़ोतरी का आरोप नहीं लगा पाएंगे। साथ ही अभिभावकों को भी परेशानी नहीं होगी। बताया कि अभी तक 80 प्रतिशत स्कूल सहमति भी जता चुके हैं।
संगठन के निर्णय से खुश अभिभावक
नेशनल एसोसिएशन फोर पैरेंट्स एंड स्टूडेंट्स राइट्स के अध्यक्ष आरिफ खान ने कहा कि प्रत्येक अभिभावक यही चाहता है कि उसकी सहमति के बाद ही फीस में बढ़़ोतरी हो। लेकिन, अब तक निजी स्कूल मनमानी फीस बढ़ाते चले आ रहे हैं, जिस कारण उन्हें विरोध का सामना भी करना पड़ता है। खान ने कहा कि पीटीएम में फीस बढ़ोतरी के प्रस्ताव लाने व अभिभावकों की सहमति के बाद ही फीस बढ़ोतरी करने के पीपीएसए के निर्णय अभिभावकों के हित में है।