गोरखपुर, भावों की अभिव्यक्ति के लिए किसी भाषा और जुबान की जरूरत नहीं होती है .. अगर हममें मानवीय संवेदनाएं हैं तो हम इशारों से भी समझ सकते हैं प्यार की भाषा,करुणा की बोली हर्ष और विषाद की लय…। यह दृश्य हमें तब और भी भावुक कर देता है जब एक साथ कई बच्चों का समूह हमसे इशारों में अपनी बात व्यक्त करता है ऐसे ही मूक बधिर बच्चों से मिलकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भावुक हो उठे, सीएम योगी अपने दो दिवसीय दौरे पर गोरखपुर पहुंचे हैं और उन्होंने यहां पर पहुंचकर राजकीय मूकबधिर विद्यालय के बच्चों से मिलकर कुछ समय के लिए अपना वक्त इन बच्चों के साथ बिताया।
यह पल बेहद भावुक लग रहे थे जब सीएम योगी शब्दों से बच्चों से संवाद कर रहे थे और उनके टीचर सांकेतिक भाषा में बच्चों को बता रहे थे की सीएम साहब उनसे क्या कह रहे हैं और फिर वापस टीचर मुख्यमंत्री योगी को बता रहे थे कि बच्चों ने क्या जवाब दिया। मुख्यमंत्री ने बच्चों से बात करके उनका आशीर्वाद और उपहार भेंट किये।
ख़ास बच्चों की प्रदर्शनी देखी सीएम योगी ने
इन स्पेशल बच्चों के बीच पहुंचकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बेहद भावुक हो उठे उनके चेहरे पर संवेदनाओं के भाव स्पष्ट देखे जा रहे थे इन सबके बीच और राजकीय बधिर विद्यालय में इन खास बच्चों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का मुख्यमंत्री ने अवलोकन किया उनके द्वारा बनाए गए बेहतरीन सजावटी सामान और कलाकृतियों की सीएम ने काफी तारीफ करी इस मौके पर विद्यालय के परिसर समेत क्लास रूम का निरीक्षण वहां की व्यवस्था और इन मूक बधिर बच्चों को शिक्षा देने में प्रयोग किए जाने वाले उपकरणों और उनकी गुणवत्ता के बारे में जानकारी भी हासिल करी।
जल्द ही बनेगा आवासीय विद्यालय
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अगर हम कमजोर और गरीब इन जैसे बच्चों के लिए आवासीय विद्यालय बना देंगे तो उनका बेहतर विकास हो सकेगा और वह यहां पर रहकर ज्यादा हुनरबंद बन पाएंगे और उन्हें राहत भी मिलेगी मुख्यमंत्री ने कहा कि इस आवासीय विद्यालय में बच्चों को सुरक्षित वातावरण के साथ उनको एक बेहतर माहौल भी मिलेगा जिससे उनकी प्रतिभा में और विकास होगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने जब सम्मानपूर्वक कहा दिव्यांग
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा की पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ही इन बच्चों को दिव्यांग कहकर एक खास नाम और सम्मान देकर इनके जीवन में परिवर्तन लाने का काम किया है उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में राज्य सरकार दिव्यांग लोगों के सम्मान व उन्हें समाज की मुख्य धारा में शामिल करने के लिए लगातार कम कर रही है उन्होंने कहा कि काफी समय बाद इस विद्यालय आकर उन्हें बेहद खुशी हो रही है क्योंकि इससे पहले यह भवन झज्जर था सरकार ने यहां नया भवन बनवाकर इन बच्चों के बेहतर विकास के बारे में विचार किया है।
मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए दिव्यागंजन सशक्तिकरण विभाग के प्रमुख सचिव सुभाष दुबे ने कहा कि इस विद्यालय में अभी तक 100 बच्चे पढ़ रहे हैं लेकिन मुख्यमंत्री जी के आशीर्वाद से जल्द ही इस विद्यालय को आवासीय विद्यालय का दर्जा दिया जाएगा।