CM योगी ने स्वच्छांजलि से पूर्व समीक्षा बैठक में दिए निर्देश

लखनऊ, महात्मा गांधी की जयंती से एक दिन पूर्व मनाई जा रही स्वच्छांजलि की समीक्षा बैठक करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कचरा मुक्त अभियान अभियान के लिए महात्मा गांधी के जन्मदिवस से पूर्व एक दिन 154 घंटे का स्वच्छता पखवाड़े का कार्यक्रम देश भर में आयोजित किया जा रहा है इसी कार्यक्रम के तहत उत्तर प्रदेश के प्रत्येक नगर निकाय और ग्राम पंचायत में भी स्वच्छता के लिए श्रमदान करने की पूरी तैयारी कर ली गई है जिसमें जन समुदाय की भागीदारी के साथ पूरी सरकारी मशीनरी स्वच्छता के इस त्यौहार को मनाने के लिए जुट गई है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक में 1 अक्टूबर, 2023 को आयोजित होने वाले 1 घण्टे के स्वच्छता श्रमदान कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा की व आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राष्ट्र को स्वच्छता का संदेश देने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 154वीं जयंती के अवसर पर ‘स्वच्छता ही सेवा’ पखवाड़ा के तहत समस्त नगरीय निकायों में 154 घण्टे का सफाई अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान की सफलता में स्वच्छ सारथी क्लब को विकसित कर विश्वविद्यालयों/विद्यालयों में कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा है। नगर के चैराहों, बस स्टॉप की साफ-सफाई की जा रही है। इस महत्वपूर्ण अभियान में जनसहभागिता को बढ़ाया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के ‘कचरा मुक्त भारत’ की परिकल्पना को साकार रूप देने के क्रम में आगामी 1 अक्टूबर, 2023 को प्रत्येक प्रदेशवासी 1 घण्टे के स्वच्छता श्रमदान में सहभागिता करे। हमारा यह सामूहिक प्रयास राष्ट्रपिता बापू को उनकी जयंती की पूर्व संध्या पर ‘स्वच्छांजलि’ होगी।
हर प्रदेशवासी अपने आस-पास के परिवेश में साफ-सफाई सुनिश्चित करने के लिए श्रमदान अवश्य करे। 1 अक्टूबर, 2023 को 1 घण्टा श्रमदान के इस कार्यक्रम से जोड़ने के लिए जनजागरूकता का प्रसार किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रमदान की सफलता के लिए 30 सितम्बर, 2023 को प्रदेश के सभी नगरीय निकायों, ग्राम पंचायतों, क्षेत्र पंचायतों, जिला पंचायतों की विशेष बैठक आहूत कर श्रमदान कार्यक्रम के लिए प्रस्ताव पारित किया जाए 1 घण्टे के श्रमदान कार्यक्रम के अन्तर्गत सभी बेसिक व माध्यमिक विद्यालयों के बच्चों की प्रभातफेरी निकाली जाए। प्रभातफेरी के उपरान्त बच्चे और स्कूल शिक्षक विद्यालय परिसर की साफ-सफाई के दायित्व का निर्वहन करें। बच्चों के लिए मिष्ठान आदि की व्यवस्था भी की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी जनपदीय नोडल अधिकारी इस दिवस को अपने प्रभार वाले जनपद में उपस्थित रहें। 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी की जयन्ती के दिन स्वच्छता कर्मियों का सार्वजनिक सम्मान किया जाए।
श्रमदान के लिए ऐतिहासिक, धार्मिक महत्व के स्थलों, नदियों के घाटों, गार्बेज वर्नलेबल पॉइंट, खाली प्लॉटों, बस स्टेशनों, सड़क किनारे की पटरियों, कूड़े का ढेर वाले स्थलों का चयन किया जाए। अस्पतालों के समीप बायोमेडिकल वेस्ट के डिस्पोजल, सार्वजनिक शौचालयों की साफ-सफाई की व्यवस्था की जाए। श्रमदान से सम्बन्धित विवरण/सेल्फी आदि अपलोड किया जाए।

त्योहारों पर साफ सफाई का ध्यान विशेष तौर पर रखा जाए
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वच्छता श्रमदान के इस अभियान की सफलता इसकी निरन्तरता में निहित है। आगामी दिनों में माँ दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन व छठ पूजा आदि कार्यक्रम है इसलिए स्वच्छता का यह क्रम अनवरत जारी रखा जाना चाहिए।

प्लास्टिक कचरे और पॉलिथीन पर पूरी तरह रोक लगाई जाए
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़े शब्दों में कहा कि
शहरी कचरे का एक बड़ा भाग हानिकारक प्लास्टिक का है। इसके उपयोग न करने के लिए जनजागरूकता बढ़ाने के प्रयासों के साथ-साथ अब इन्फोर्समेण्ट की कार्यवाही भी की जाए। प्रतिबन्धित पॉलिथीन के इस्तेमाल पर कड़ाई से रोक लगाई जाए।