फर्जी सर्टिफिकेट : नर्सिंग भर्ती मामले में फर्जी सर्टीफिकेट के जरिये कुछ अभ्यर्थियों का मामला प्रकाश में आने के बाद बाहरी राज्य के चयनित लोगों को बाहर का रास्ता दिखाया गया था 8 प्रदेशों के युवाओं पर गलत प्रमाण पत्र तैयार करवाने की बात सामने आई थी. जिनमें से दो के प्रमाण पत्र जांच के दौरान गलत पाए गए.
फर्जी सर्टिफिकेट-एसडीएम तहसीलदार पटवारी जांच के घेरे में
फर्जी सर्टिफिकेट के जरिए बाहरी राज्यों के अभ्यर्थियों के नर्सिंग में चयनित होने के खुलासे के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिव मुख्यमंत्री शैलेश बगौली को इस प्रकार की जांच के लिए आदेश दिया है। अब बड़ी बात निकाल कर सामने यह आ रही है की इन दस्तावेजों को तैयार करने के लिए जिन अधिकारियों का सहयोग प्राप्त किया गया है उन पर भी जांच की गाज गिर सकती है क्योंकि स्थाई प्रमाण पत्र बनवाने के लिए रिपोर्ट देने वाले पटवारी से लेकर तहसीलदार एसडीएम अब सभी जांच के घेरे में आ गए हैं इन सभी पर शिकंजा काश जाने वाला है।
मुख्यमंत्री धामी ने इस मामले को बेहद गंभीरता से लेते हुए स्वास्थ्य सचिव स्तर पर नर्सिंग भर्ती में चयनित सभी अभ्यर्थियों के दस्तावेजों को वेरीफाई करने के आदेश जारी कर दिए हैं।
फर्जी दस्तावेज वाले अभ्यर्थियों को बाहर का रास्ता
गलत तरीके से दस्तावेज तैयार करके नर्सिंग में भर्ती पाने वाले अब सभी लोगों को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा इसके साथ ही इन दस्तावेजों को बनाने में जिन-जिन अधिकारियों कर्मचारियों की लापरवाही सामने आएगी उनका बड़ी बारीकी से अध्ययन किया जाएगा।
देहरादून तहसील जांच के घेरे में
बताया जा रहा है कि देहरादून तहसील के कर्मचारीयों पर अब इसकी जांच की गाज गिर सकती है क्योंकि इन लोगों की लापरवाही के कारण ही दस्तावेज गलत तरीके से तैयार होने की बात सामने आ रही है।