NSG कमांडो: उत्तराखंड के नैनीताल जिले के लाल कुआं के रहने वाले एनएसजी कमांडो नरेंद्र सिंह भंडारी की इंदिरा गांधी एयरपोर्ट दिल्ली में गोली लगने से मौत हो गई है। नरेंद्र सिंह भंडारी दिल्ली एयरपोर्ट पर तैनात थे उनकी मौत की खबर पानी के बाद उत्तराखंड में उनके परिवार में कोहराम मच गया है बताया जा रहा है कि कमांडो नरेंद्र सिंह की इसी महीने नवंबर की 19 तारीख को शादी होनी थी और परिवार में शादी की तैयारी चल रही थी लेकिन इस खबर को सुनने के बाद दोनों परिवारों में मौत का मातम छा गया है। जवान के पार्थिव शरीर को देर शाम उसके गांव पहुंचने की बात बताई गई है और अगले दिन बृहस्पतिवार को कमांडो नरेंद्र भंडारी की अंत्येष्टि की जाएगी।
NSG कमांडो नरेंद्र सिंह भंडारी की 19 नवंबर को थी शादी
एयरपोर्ट पर मौजूद लोगों और पुलिस के अनुसार 5 नवंबर की शाम को दिल्ली में अचानक यह घटना घट गई है घटना के बारे में पूरा खुलासा नहीं हो पाया है फिलहाल यह बताया जा रहा है कि नरेंद्र की मौत गोली लगने से हुई है। नरेंद्र भंडारी इस वक्त दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर अपनी ड्यूटी कर रहे थे और इससे पहले वह कुमाऊं रेजीमेंट के अंतर्गत जम्मू कश्मीर में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पुलिस के अधिकारियों के अनुसार मौत के ठीक-ठाक कर्म का पता भी चल नहीं पाया है उनका कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही इस घटना के बारे में पूरी तरह से खुलासा हो पाएगा लेकिन प्रथम दृष्टि या इस घटना को ड्यूटी के दौरान आत्महत्या माना जा रहा है।
परिवार वालों ने बताया कि 30 साल के नरेंद्र भंडारी एनएसजी कमांडो थे और पिछले 10 सालों से वह कुमायूं रेजीमेंट के साथ एनएसजी कमांडो के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे थे नरेंद्र के पिता स्वर्गीय गोपाल सिंह भंडारी भी पूर्व सैनिक रहे हैं और 2 साल पहले ही उनका भी निधन हो चुका है। भंडारी के बड़े भाई यशवंत सिंह भंडारी नैनीताल के बिंदुखत्ता में ही खेती किसानी करते हैं और वही उनके मंजिले भाई माधव सिंह भारतीय रेलवे में लोको पायलट के पद पर तैनात हैं।
घटना की सूचना मिलते ही नैनीताल में उनके पैतृक घर के साथ ही जहां उनकी शादी हो रही थी उनके घर में भी मातम पसर गया है। सूचना मिलते ही उनकी छोटी बहन हीरा भंडारी और मां माधवी देवी सहित पूरे परिवार का रो-रो कर बुरा हाल हो चुका है .. सभी को अपने लाडले बेटे नरेंद्र भंडारी की 19 नवंबर को होने वाली शादी के जश्न का बेसब्री से इंतजार था ।नरेंद्र की शादी हल्द्वानी के लोहाघाट में होनी तय हुई थी और शादी के कार्ड भी बट चुके थे ।सभी लोग शादी की खुशियां मनाने के लिए 19 नवंबर का इंतजार कर रहे थे।
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