रितु बाहरी बनी उत्तराखंड हाईकोर्ट की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश-

रितु बाहरी-देहरादून, उत्तराखंड देश का सबसे पहले वह सूबा बन गया है जहां पर राज्य ने सबसे महत्वपूर्ण ओहदों पर महिलाओं की योग्यताओं को स्थापित करने में अपनी सबसे बड़ी आदर्श पहल हासिल कर ली है।

आज रितु बाहरी ने उत्तराखंड की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश के पद की शपथ ली है, यह उत्तराखंड राज्य की स्थापना के बाद से आज तक का ऐतिहासिक पड़ाव है इस पद पर अभी तक कोई भी महिला मुख्य न्यायाधीश का चयन नहीं हुआ था यानी की रितु बाहरी के रूप में उत्तराखंड हाईकोर्ट को पहली महिला मुख्य न्यायाधीश को स्थापित करने का गौरव हासिल हुआ है,

गौरतलब है कि इसके पहले भी यह कीर्तिमान राज्य की भाजपा सरकार ने ही किया है जिसमें विधानसभा स्पीकर के रूप में पहली महिला स्पीकर रितु खंडूरी और इसके बाद में राज्य की पहली महिला मुख्य सचिव के रूप में सीनियर आईएएस राधा रतूड़ी और अब हाईकोर्ट की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश.. माना जा रहा है कि सरकार का यह फैसला राज्य के साथ ही पूरे देश में महिला सशक्तिकरण की भूमिका को दर्शाने के लिए उठाया गया ऐतिहासिक कदम है जिसको और राज्यों को भी दिशा प्रदान करने का काम करेगा खैर सरकार के इस फैसले के साथ उत्तराखंड महिला सशक्तिकरण के लिए अब मिसाल बन चुका है।

उत्तराखंड हाईकोर्ट की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश रितु बाहरी

उत्तराखंड की पहले महिला मुख्य न्यायाधीश हाई कोर्ट रितु बाहरी ने पद और गोपनीयता की शपथ ग्रहण की

उत्तराखंड राजभवन देहरादून में शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की तरफ पदभार चयन का संदेश पढ़कर सुनाया गया। शपथ समारोह में राज्यपाल रि.लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने उत्तराखंड हाईकोर्ट की पहली महिला मुख्य न्यायाधीश महोदया रितु बाहरी को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।
इस शपथ समारोह में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद रहे। रितु बाहरी पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट की वरिष्ठ न्यायाधीश और कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश भी रह चुकी है।