छन छन बाजे प्राची के घुंघरू यूं लगा राधा आयी हों हूबहू
ना तो कोई हटा पाया निगाह अपनी और ना कोई सुन पाया बात दूसरी

छन छन बाजे प्राची के घुंघरू यूं लगा राधा आयी हों हूबहू

स्वामी हरिदास संगीत एवं नृत्य महोत्सव का शुभारंभ

Manish Chandra

वृंदावन, जो गए थे अपने पैरों से सब छोड़ आए अपना हृदय.. हरिदास के उस आंगन में.. खूब सजी थी शाम क्या कहें ..जैसे आ गए हो राधा संग श्याम क्या कहें। तबला पखावज हारमोनियम और सारंगी सब बन गए थे साक्षी.. जब राधा के अवतार में नाची प्राची..छन छन बाजे प्राची के घुंघरू यूं लगा राधा आयी हों हूबहू

स्वामी हरिदास संगीत समिति द्वारा शुक्रवार रात आयोजित स्वामी हरिदास संगीत एवं नृत्य महोत्सव का शुभारंभ कार्ष्णि गुरु शरणानंद महाराज ने किया.गुरु शरणानंद ने कहा कि स्वामी हरिदास संगीत और नृत्य महोत्सव का मंच स्वामीजी को सच्ची भावांजलि अर्पित करता है,

महोत्सव का शुभारंभ कार्ष्णि गुरु शरणानंद महाराज ने किया.

वृंदावन में हरिदास संगीत एवं नृत्य संध्या के आयोजन में गिनीज वर्ल्ड बुक रिकॉर्ड से सम्मानित बहुमुखी प्रतिभा वाली अभिनेत्री प्राची जब अपने कथक नृत्य की प्रस्तुति दे रहीं थीं .. तब ना तो कोई हटा पाया निगाह अपनी और ना कोई सुन पाया बात दूसरी क्योंकि सब जम से गए थे , सैंकड़ों की भीड़ भाव विभोर बैठी रही प्राची का नृत्य खत्म होने के बाद भी लोगों को विश्वास नहीं हो पाया कि अभी-अभी इतनी अद्भुत प्रस्तुति समाप्त हो चुकी है। तबला पखावज हारमोनियम सारंगी के साथ प्राची के पांव के घुंघरू दिल की उस चितवन से बजे जिसकी धड़कन वृंदावन के आसमान में बहुत देर तक गूंजती रही और फिर बाद में बज उठी तारीफ की तालियां

प्राची का साथ दिया तबला पर यशवंत वैष्णव, पखावज पर मृणाल उपाध्याय, सारंगी पर फारुख लतीफ खान और गायन एवं हारमोनियम पर संगीता लहरी ने .

बीच-बीच में प्राची हास परिहास भी करती रहीं.. अपने साजिंद साथियों से कह उठीं कि उनके पांव की थाप के आगे ” आप जुगलबंदी में हार गए” और फिर अदब से बोंली ..ये मज़ाक था।

हास परिहास भी ..

सार्थक मंच संचालन की अभिव्यक्ति

स्वर्ग सरीखे वैभव से सजे मंच पर .रौशन चांदनी से लकदक झिलमिलाहट के बीच फूलों की आभा ने यूं श्रृंगार किया मानो राधा रानी का उपवन सज गया हो और कान्हा रास रचाने आने वाले हैं आयोजको ने बड़ी बारीकी से मनमोहक माहौल बनाया है उस पर सार्थक मंच संचालन करने वालीं शिखा द्विवेदी ने अपनी प्रतिभा से कार्यक्रम को खूब महाकाया।

सार्थक मंच संचालन-शिखा द्विवेदी

घिर आई है बदरिया राधे बिना लागे ना मोरा जिया

प्राची के बाद जब बारी आई सुनंदा शर्मा के गायन की तब तक रात बढ़ चुकी थी लेकिन उनके गायन” घिर आई है बदरिया राधा बिन लागे ना मोरा जिया ” ने सबको मदमस्त कर डाला फिर लोग झूम उठे भाव विभोर होकर , सब ने उन्मुक्त कंठ से कहा इतना अनुपम अद्भुत आयोजन हरिदास का हो सकता है केवल वृंदावन में ..

..राधा बिन लागे ना मोरा जिया

फिर देखा सबने पदम श्री विजय घाटे का कमाल

हरिदास संध्या की प्रथम दिन की अंतिम प्रस्तुति जब पेश करने आए पदम श्री विजय घाटे तब उनके नाम के अनुमान के साथ ही लोगों को विश्वास हो चला था कि आज तबले से कुछ अनोखा निकलेगा फिर सुर संगम के साथ तबले की जो थाप लोगों को सुनने मिली तो चारों तरफ वाहवाही की तालियां थीं।

पदम श्री विजय घाटे

संत राधाचरण दास महाराज, मेयर विनोद अग्रवाल, पूर्व विधायक प्रदीप माथुर, पद्मश्री कृष्णा कन्हाई,भाजपा के राष्ट्रीय सचिव अरविंद मेनन, राष्ट्रीय सह कोषाध्यक्ष नरेश चंद्र बंसल, आईजी दीपक कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेश कुमार पांडेय,, , डॉ. राकेश चंद्र चतुर्वेदी ,वन महाराज शिक्षण संस्थान के सचिव नामदेव शर्मा उपस्थित रहे

रात घिर आयी थी अगले दिन के आयोजन के इंतजार में…